
नई दिल्ली:- हाल ही में भारत में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना हरियाणा और पंजाब में हुई, जहां सुरक्षा एजेंसियों ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद सतर्कता बढ़ा दी थी। इन जासूसों पर आरोप है कि ये पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को भारत की सैन्य और संवेदनशील जानकारी भेज रहे थे। आइए जानते हैं इनके नाम और मामले की पूरी सच्चाई क्या है।
ज्योति मल्होत्रा: हरियाणा के हिसार की एक मशहूर यूट्यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति पाकिस्तान हाई कमीशन के अधिकारी दानिश के संपर्क में थी। उन्होंने पाकिस्तान यात्रा के दौरान ISI अधिकारियों से मुलाकात की और सोशल मीडिया के जरिए गोपनीय जानकारी साझा की।
देवेंद्र सिंह: हरियाणा के कैथल के मस्तगढ़ गांव का निवासी देवेंद्र ने फेसबुक के जरिए ISI हैंडलर से संपर्क बनाया और सैन्य जानकारी भेजी। उनके पास से संवेदनशील दस्तावेज बरामद हुए।
नोमान इलाही: पानीपत, हरियाणा से गिरफ्तार नोमान ने डार्क वेब और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए सेना और रेलवे की गतिविधियों की जानकारी पाकिस्तान भेजी।
गजाला (उर्फ गजाला खातून): पंजाब के मलेरकोटला की रहने वाली गजाला ने दानिश से पैसे लेकर सैन्य ठिकानों की जानकारी भेजी।
यामीन मोहम्मद: मलेरकोटला का निवासी गजाला के साथ मिलकर जासूसी नेटवर्क में शामिल था।
अरमान: हरियाणा के नूह से गिरफ्तार अरमान ने भारतीय सिम कार्ड्स मुहैया कराए और 2025 डिफेंस एक्सपो की तस्वीरें पाकिस्तान भेजीं।
ये गिरफ्तारियां 8 मई से 18 मई 2025 के बीच हुईं। भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 148 और ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट के तहत इनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। दोषी पाए जाने पर इन्हें आजीवन कारावास या मृत्युदंड तक की सजा हो सकती है। यह मामला भारत की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे का संकेत देता है।